प्रिय पाठकों,और ब्लॉग के अवलोकियों,
आप सबके अतिशय स्नेह ने ही मुझे उत्साहित किया,यहां तक पहुँचने के लिए।इसके लिए आपलोगों का हृदय से आभारी हूँ।
गत पोस्ट के साथ ही पुण्यार्कवास्तुमंजूषा का सिलसिला समाप्त हुआ।आगे कुछ दिनों के लिए इस ब्लॉग पर नये पोस्ट आपको नहीं मिल सकेंंगे।
मेरी अगली योजना है- अपना पूर्व प्रकाशित आंचलिक उपन्यास अधूरीपतिया को यहां क्रमवार पोस्ट करने का। उपन्यास प्रेमियों को इसके लिए सप्ताह भर इन्तजार करना पडेंगा।
धन्यवाद।सुखी रहें,प्रसन्न रहे- इसी कामना के साथ-
आपका ही- कमलेश पुण्यार्क,
गया,बिहार,भारत(मो.8986286163)
आप सबके अतिशय स्नेह ने ही मुझे उत्साहित किया,यहां तक पहुँचने के लिए।इसके लिए आपलोगों का हृदय से आभारी हूँ।
गत पोस्ट के साथ ही पुण्यार्कवास्तुमंजूषा का सिलसिला समाप्त हुआ।आगे कुछ दिनों के लिए इस ब्लॉग पर नये पोस्ट आपको नहीं मिल सकेंंगे।
मेरी अगली योजना है- अपना पूर्व प्रकाशित आंचलिक उपन्यास अधूरीपतिया को यहां क्रमवार पोस्ट करने का। उपन्यास प्रेमियों को इसके लिए सप्ताह भर इन्तजार करना पडेंगा।
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आपका ही- कमलेश पुण्यार्क,
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