रुद्राभिषेक-सामग्री

                                         श्री योगेश्वर आश्रम
वास्तु,ज्योतिष,कर्मकाण्ड,तन्त्र-मन्त्र-यन्त्र,योग,तन्त्रात्मक आयुर्वेदादि पराम्परागत विषयक अध्ययन,अन्वेषण,प्रशिक्षण,परामर्श और        समाधान केन्द्र 
                   सचिव एवं संचालक- कमलेश पुण्यार्क(गुरुजी) मो.+918986286163,                      email-        guruji.vastu@gmail/facebook, www.punyarkkriti.simplesite.com                                                     
 पत्रांक.........       दिनांक..............              समय.........                            यजमान का नाम श्री.......................................                                              
                                              
                                      पूजा-मंडप-व्यवस्था—
प्रधानकलश,
रुद्रकलश (लिंगतोभ
द्रवेदी)
(गणेश,कार्तिकेय,नन्दी,वीरभद्र,कीर्तिमुख,सर्प,
कुबेरादि),
नवग्रहवेदी(अधिदेवता,प्रत्यधिदेवता,
पंचलोकपाल, दसदिकपालादि सहित),
षोडशमातृका वेदी,
घृतमात्रिका वेदी,
चतुःषष्ठीयोगिनी वेदी,
क्षेत्रपाल वेदी,
अग्निवेदी इत्यादि।

                                  रुद्राभिषेक-सामग्री
शिवलिंग- अर्घ्य सहित(नर्मदेश्वर या स्फटिक या सामान्य)
तांबे का कलश ढक्कन सहित(ग्यारह किलो जल हेतु)-
पीतल का कलश ढक्कन सहित(सात किलो जल हेतु)-
पीतल का लोटा(पुण्याहवाचन और कर्मपात्र हेतु) –
पीतल का बड़ा कटोरा -
पीतल की छोटा कटोरा-
पीतल की थाली- (शिव+घृतमात्रिका हेतु)
पीतल की जलधरी(श्रृंगी)- १
पीतल का अखंडदीप बडा- २
फूल की थाली- १(अग्नि हेतु)
फूल का कटोरा- १(मधुपर्क,पंचामृत हेतु)
मिट्टी का कलश ढक्कन सहित(एक किलो जल हेतु)-
मिट्टी का दीया- १००
मिट्टी की कड़ाही -
मिट्टी का बड़ा ढकना-
नई ईटें(हवन वेदी हेतु)- ५५
छोटी चौकी- ५ या (एक अवश्य)

धोती-चादर-गमछा- पांच या तीन सेट
साड़ी-साया-ब्लाउज- पांच या तीन सेट
चूड़ी,सिन्दुर,आलता,बिन्दी,आइना,कंघी,इत्र,काजल- (/३)
आंवला या चमेली तेल-(५/३)
यजमान पति-पत्नी के लिए नये वस्त्र(ग्रन्थि-बन्धन चादर सहित)
मारकीन तीन मीटर
एकरंगा- एक मीटर
रुबिया पीस—लाल -२१,पीला-२१,काला-,हरा-,नीला-,आसमानी-,दूधिया-,सफेद-
गड़ी गोला सूखा- १०
जलदार नारियल-
हवन वाला नारियल –
कालातिल- एक किलो
किसमिस-५००ग्राम.
छुहारा-किलो
बादाम-  किलो
चावल- ११किलो
जौ- ५००ग्राम.
खड़ा उड़द-२५०ग्रा.
गुड़- २५०ग्रा.
घी- एक किलो
तिलतेल- १०० ग्रा.
कपूर-१००ग्रा.
रोली – १००ग्रा.
शतावर- ५०ग्रा.
सिन्दूर-५०ग्रा.
अबीर-५०ग्रा.
भांग- १०ग्रा.
मधु-छोटी शीशी
सुपारी- २५०ग्रा.
चौरेठा-२५०ग्रा.
मौली- एक लच्छा
हल्दी पाउडर-२५०ग्रा.
धूप मोटा-किलो
माचिस- पैक
रुईबत्ती(गोलवाला)-बड़ा पैक

अष्टगन्धचन्दन- एक डिबिया
गेहूं का आटा- दो किलो
लौंग-इलाइची-५०-५०ग्रा.
नवग्रह की लकड़ी- एक पैकेट
सभी तरह का रंग—दो-दो पुड़िया
धतूर का फूल और फल-- यथासम्भव
मदार का फूल,कनेर का फूल--यथासम्भव
लाल-पीला फूल- १००-१००पीस
केले का पत्ता,शमीपत्ता,दूब,कुशा,तुलसी पत्ता-
बेलपत्ता- ग्यारह रुद्री+
पान पत्ता- १५०
आम पल्लव- दस गुच्छा
पीपल,वट,पाकड़,गूलर— पत्ता एक-एक गुच्छा
पत्ते का दोनिया- दो पैकेट
पत्तल- एक बंडल
लड्डू-पेड़ा- १५०-१५०पीस,या घी-गुड़ में बना हुआ ठेकुआ
आम,केला,संतरा,सेव,अंगूर,अमरुद,खीरा,नासपाती आदि मौसमी फल पर्याप्त मात्रा में
हवन हेतु  लकड़ी- पांच किलो
गंगाजल या अन्य तीर्थ जल
दूध,ईख का रस,मधु,दही..........(अभिषेक हेतु)(पाठ के स्तर के अनुसार इन वस्तुओं का चुनाव करना है,जिनकी मात्रा निर्धारण अपने विवेक से करें। सादा रुद्री में कम से कम सात किलो दूध लगता है। दूसरी बात है कि श्रृंगी के छिद्र पर भी ये मात्रा निर्भर है। )                                            खुदरा पैसा- ५००सौ
नगद दक्षिणा—११०००रु.(ग्यारह हजार)(न्यूनतम) (एकादशीनी पाठार्थ ,तदनुसार आगे तद् गुणित होता जायेगा)

     अन्य सामान-
परात,कठौत,थाली,लोटा,बाल्टी,कटोरी,चम्मच, कैंची, चाकू.ब्लेड,कम्बल,चादर,आसनी
मंडप सजाने हेतु- बन्दनवार वगैरह
नोटः- 1) हवन के बाद कम से कम पांच ब्राह्मण  एवं भिक्षु भोजन- दक्षिणा सहित अत्यावश्यक
2) तिल,चावल,जौ,उड़द- साफ कर लें।
3) हवन-सामग्री का बनाबनाया पैकेट न लें।
                                                                         हस्ताक्षर,मुहर

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